By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Notification Show More
Font ResizerAa
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Reading: छत्तीसगढ़ का पहला त्योहार हरेली,, डॉ अलका यतींद्र यादव
Share
Font ResizerAa
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Search
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Have an existing account? Sign In
Follow US
> Blog > बिलासपुर > छत्तीसगढ़ का पहला त्योहार हरेली,, डॉ अलका यतींद्र यादव
बिलासपुर

छत्तीसगढ़ का पहला त्योहार हरेली,, डॉ अलका यतींद्र यादव

Jp agrawal
Last updated: 2023/07/16 at 12:58 PM
Jp agrawal Published 16/07/2023
Share
SHARE


बिलासपुर।हरेली तिहार छत्तीसगढ़ का सबसे
पहला त्यौहार है, जो लोगों को छत्तीसगढ़ की संस्कृति और आस्था से परिचित कराता है। हरेली त्यौहार एक कृषि प्रधान त्यौहार है। हरेली का मतलब हरियाली होता है, जो हर वर्ष सावन महीने के अमावस्या में मनाया जाता है। हरेली मुख्यतः खेती-किसानी से जुड़ा पर्व है। छत्तीसगढ़ राज्य में ग्रामीण किसानों द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस त्यौहार के पहले तक किसान अपनी फसलों की बोआई या रोपाई कर लेते हैं और इस दिन कृषि संबंधी सभी यंत्रों जैसे – हल, गैंती, कुदाली, फावड़ा समेत कृषि के काम आने वाले सभी तरह के औजारों की साफ-सफाई कर उन्हें एक स्थान पर रखकर उसकी पूजा-अर्चना करते हैं। घर में महिलाएं तरह-तरह के छत्तीसगढ़ी व्यंजन खासकर गुड़ का चीला बनाती हैं। हरेली में जहाँ किसान कृषि उपकरणों की पूजा कर पकवानों का आनंद लेते हैं, आपस में नारियल फेंक प्रतियोगिता करते हैं, वहीं युवा और बच्चे गेड़ी चढ़ने का आनंद लेते हैं।
छत्तीसगढ़ की ग्रामीण कृषि संस्कृति,परंपरा एवं आस्था सदियो पुरानी है।प्रकृति जब हरियाली रूपी चादर को ओढ़ती है, तो किसानो के चेहरे पर भीनी मुस्कान श्रम की सारी थकान को मिटा देती है।वे धरती माता के साथ कृषि यंत्रों की भी पूजा करते है

छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार को गेड़ी तिहार के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन गेड़ी का खासा महत्व होता है. गेड़ी चढ़ना अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है. लेकिन धीरे-धीरे यह परंपरा अब कम होती जा रही है, माना जाता है कि पुरातन समय में जब गलियां केवल मिट्टी की हुआ करती थी तो भरी बरसात में होने वाला त्यौहार हरेली में कीचड़ से भरी गलियों में बिना जमीन में पैर रखे बिना कीचड़ लगे गेड़ी दौड़ होती थी। 

हरेली त्योहार में सरकार द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाएं:–

हरेली त्योहार के दिन बीते कुछ वर्षों से कई तरह के आयोजन छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किए जाते है। जैसे राज्य के गौठनों को सजाया जाता है, गौठानों में छत्तीसगढ़ी खेल गेड़ी दौड़, फुगड़ी ,भौंरा और रस्साकशी का आयोजन किया जाता है. साथ ही गौठानों में छत्तीसगढ़ी व्यंजन की भी पूरी व्यवस्था होती है, इसके पीछे राज्य सरकार की मंशा छत्तीसगढ़ के लोगों को अपनी परंपरा और संस्कृति से जोड़ना है, ताकि लोग छत्तीसगढ़ की समृद्ध कला-संस्कृति, तीज-त्योहार और परंपराओं पर गर्व महसूस कर सकें
हरेली त्यौहार के दिन गांव के पुजारी बैगा घर घर जाकर दशमूल पौधा एवं भिलवा पत्ते आदि को घर मुख्य दरवाजे पर बांधते हैं एवज में पुजारी बैगा को अन्न भेंट किया जाता है।
छत्तीसगढ़ की प्राचीन लोककला सावनाही भित्तिचित्र कला में उकेरी जाने वाली प्रमुख आकृतियों में प्रकृति और संस्कृति का सुंदर संयोजन देखने को मिलता है। इसमें नदी, समुद्र की लहरें, संस्कृति से जुड़ी विभिन्न् आकृतियां, कमल, घड़ा, गाय के खुर, कुम्हड़ा चानी, कांदा पान, कुसियारी, पुरइन पान, पिड़हाई, गुरबारी शंख, चक्रआदि शामिल हैं।
हरेली त्यौहार में बनाए जाने वाले व्यंजन छत्तीसगढ़ लोक पर्व के साथ लोग व्यंजनों के लिए भी जाना जाता है छत्तीसगढ़ में हरेली के लिए भी कुछ खास व्यंजन हर घर में पकाए जाते हैं जैसे गुड़ के चीले और गुलगुला भजिया छत्तीसगढ़ राज्य कृषि प्रधान प्रदेश है यहां की अधिकांश आबादी कृषक वर्ग से आते हैं हरेली पर्व किसानों से ज्यादा ताल्लुक रखता है क्योंकि किसान अपने खेत में फसल हरा भरा हो जाता है तब हरेली त्यौहार मनाते हैं इस समय किसान अपनी अच्छी फसल की कामना करते हुए कुल देवता एवं ग्राम देवता की पूजा करते हैं
छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोक परंपराओं को संरक्षित करने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास किए जा रहे हैं छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है इसके अलावा शैक्षणिक संस्था कृषि से जुड़े सामाजिक संगठन और संस्कृति मंडलों के माध्यम से हरेली पर आयोजन किया जाता है
हमें छत्तीसगढ़ की समृद्ध कला संस्कृति और परंपरा पर गर्व की अनुभूति होती है

Jp agrawal

You Might Also Like

जनदर्शन में उमड़ी भीड़: कलेक्टर ने सुनीं 150 से अधिक शिकायतें, अधिकारियों को दिए त्वरित समाधान के निर्देश..

अग्रवाल सभा बिलासपुर की कार्यकारिणी बैठक संपन्न, समाजहित में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय..

अग्रवाल नवयुवक समिति बिलासपुर की नवीन कार्यकारिणी घोषित, अग्रसेन जयंती पर विविध आयोजन होंगे..

बिलासपुर में ‘एम्स’ का सपना अधर में: हाईटेक इलाज से वंचित करोड़ों लोग, ठंडे बस्ते में मामला

जाम से मिलेगी मुक्ति: एक कॉल पर पहुंचेगी ‘क्विक रिस्पॉन्स टीम’

Jp agrawal 16/07/2023 16/07/2023
Share This Article
Facebook Twitter Email Print
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मुख्य समाचार

छत्तीसगढ़ : 400 करोड़ के ‘महाघोटाला’ में बड़ा एक्शन, तत्कालीन SDM अशोक कुमार मार्बल निलंबित !
छत्तीसगढ़
आबकारी घोटाले में ED का ‘धमाका’: कवासी लखमा के बेटे की 6 करोड़ की संपत्ति अटैच, कांग्रेस दफ्तर भी कुर्की की जद में!
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के संकेत: आज से राहत, गरज-चमक के साथ बारिश के आसार..
छत्तीसगढ़
सरकारी जमीन पर ‘सत्ता का खेल’: स्टे के बावजूद भाजपा नेता ने जारी रखा निर्माण, अब बुलडोजर का इंतजार..
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में बड़ी सफलता: बीजापुर में 2 टॉप नक्सली कमांडर समेत 4 ढेर, मुठभेड़ जारी; भास्कर जैसे इनामी नक्सली का खात्मा..
छत्तीसगढ़
बीएसएनएल कर्मचारी पर जानलेवा हमला, मोबाइल और पर्स लूटे
क्राइम छत्तीसगढ़
चपले के पास NH-49 पर भीषण सड़क हादसा,
दो बाइक की आमने-सामने टक्कर के बाद कार से भिड़ीं, चार युवक गंभीर रूप से घायल
क्राइम छत्तीसगढ़
विश्व पर्यावरण दिवस पर चक्रवाय धाम में वृक्षारोपण: गुरु घासीदास जी के आदर्शों से प्रेरित आयोजन..
छत्तीसगढ़
कोयला घोटाले की जांच में ईडी की नजर में आए पूर्व विधायक गुलाब कमरो, जल्द हो सकती है पूछताछ..
छत्तीसगढ़
वनकर्मियों पर जानलेवा हमला: डिप्टी रेंजर गंभीर रूप से घायल, मौके से 17 नग सागौन का लठ्ठा और 2 वाहन जब्त
क्राइम छत्तीसगढ़ बिलासपुर वन विभाग
© Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?