
बिलासपुर।सीएमडी चौक स्थित चर्च की हालत काफी जर्जर हो गई है। चर्च का मैदान बारिश के पानी से लबालब है चर्च हालत पूरी तरह से खस्ताहाल है। 1928 में विदेशी मिशनरीज द्वारा निर्मित इस चर्च को पूरे 95 वर्ष हो गया हैं लेकिन रखरखाव के अभाव में दीवारें जर्जर हो गई है। छत की लकड़ी सड़ गई है और छत गिरने की कगार पर है । चर्च के दरवाजे खिड़कियां भी टूट गई है पीछे का दीवार भी ढह गया है । इस दुर्दशा का जिम्मेदार पास्टर और समाज के लोगों ने बीरन साय कुजूर, बिरन साय टोप्पो,,हैमिल्टन थॉमस और दीपक फिलीमोन तथा उनके समर्थकों पर लगाया है। उन्होंने बताया की मरम्मत और निर्माण की दिशा में कार्य करने के लिए संस्था के तथाकथित लोग,,, जिन्होंने मिशन पर अवैध रूप से कब्जा भी कर रखा है।ना वह खुद उस चर्च की मरम्मत या नवनिर्माण करना चाहते ना ही समाज के सदस्यों को कराने दे रहे हैं ।चर्च के पास्टर सुदेश पाल ने बताया कि चर्च की स्थिति अभी काफी दयनीय हो गई है हर वर्ष बरसात में चर्च के चारों ओर पानी भरा रहता है । चर्च में तीन समयों में अलग-अलग तीन ग्रुप द्वारा आराधना की जाती है जिसमे सैकड़ों लोग आराधना करते हैं। विगत 20 से 25 वर्षों में किसी तरह की कोई मरम्मत नहीं किया गया और मरम्मत के अभाव में इसकी हालत ऐसी हो गई है कि चर्च पहुंच रहे कोई भी सदस्य कभी भी दुर्घटना के शिकार हो सकते है। समाज के लोगों का कहना है कि जैसे इन्होंने कुदुदंड कब्रिस्तान की जमीन को करोड़ों रुपए में पहले बेच दिया है । जिनकी मंशा यह है कि सीएमडी कॉलेज चौक स्थित यह चर्च भी पूरी तरह से ढह जाए और ताकि इसे बेचा जा सके ।चर्च के लोगों ने अकस्मात दुर्घटना होने या जानमाल की हानि होने पर उपरोक्त सभी व्यक्तियों की जिम्मेदारी होने की चेतावनी दी है।

