*कब्जीयत ही हर रोग का मूल है, अपक्व आहार, पर्याप्त पानी का सेवन हो आहारचर्या का अनिवार्य अंग: वेणुगोपाल*
भोजन परोसते प्यार बाँटे, दुश्मनी न निभाये, अल्प भोजन सही आदत:वेणुगोपाल*
बिलासपुर।भारतीय संस्कृति मे भरपेट भोजन कराना प्यार जताने का प्रतीक है, इस कारण माताये भूख से अधिक खिलाने को शिष्टाचार समझती है पर ये प्यार नही दुश्मनी निभाना है। ये बाते माउंट आबू से पधारे ब्रह्माकुमार वेणुगोपाल भाई ने शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे *आपका स्वास्थ्य आपकी मुट्ठी मे* विषय पर उद्बोधन देते कहा। वेणुगोपाल भाई 28 वर्षों से ब्रह्माकुमारी मुख्यालय माउंट आबू मे ईश्वरीय सेवा दे रहे है। समर्पित बहनों के जीवन के अनुभव पर वे *प्रेरणा* ऋंखला बना रहे है जिसके पांच सौ से अधिक एपिसोड बनकर यू ट्यूब पर उपलब्ध है। आगे कहा कि कब्ज से मुक्त हो जाये तो नब्बे प्रतिशत बीमारी दूर भाग जायेगी। इसके लिये भोजन मे कच्चे फल सब्जियों को मुख्य आहार बनाना होगा साथ ही दिन भर मे कम से कम दस से बारह गिलास गुनगुने पानी का सेवन करना होगा। उन्होंने दावा किया कि इस आहारचर्या से माताओ बहनों की कई समस्याये समाप्त हो जायेगी। फाइबर और पानी हमारे शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालते है। आत्मा सूक्ष्म शक्तियो के जरिये शरीर के प्रत्येक अंग से संवाद करती है। जहा अवरोध होता है वही समस्या पैदा होती है। इसलिए शरीर की कार्यप्रणाली सही रखने के लिये मन का खुश रहना आवश्यक है। नकारात्मक सोच मानसिक बीमारियों का मूल कारण है। माउंट आबू से साथ मे आये संदीप भाई ने कहा कि ब्रह्मा बाबा का गुप्त पुरुषार्थ और विपत्ति मे भी निश्चिंत अवस्था अनुकरणीय है। आगे कहा कि मेरा लक्ष्य है कि मै ईश्वरीय सेवा करते परमात्मा को अपने श्रेष्ठ चलन से प्रत्यक्ष करूँ। मंजू दीदी ने कहा कि वेणुगोपाल भाई के टिप्स बहुत ही सहज और सभी के लिये धारण करने योग्य है। जब दिनचर्या, सोच और आहारशैली मे छोटे छोटे बदलाव से बडी बडी बिमारियों से मुक्त हो सकते है तो सभी इसे जरूर अपनाएंगे। अंत मे सभी को वेणुगोपाल भाई ने टोली दी।


